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उत्तराखंड हिल स्टेशन काउंसिल की स्थापना जानिए कब हुआ था
Uttrakhand Hill Station: 9 नवंबर 2000 को, उत्तराखंड भारत के गणतंत्र का 27 वां राज्य बन गया, जो उत्तर प्रदेश के हिमालय और आसपास के उत्तर-पश्चिमी जिलों से बनाया गया है। Hill station in uttarakhand.
उत्तराखंड हिल स्टेशन काउंसिल की स्थापना :
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Uttrakhand Hill Station |
दरअसल अंग्रेजों ने भारत में अपने शासन काल में कई शहरों की नींव डाली कोलकाता (पहले कलकत्ता), चेन्नई (पहले मद्रास) और मुंबई (पहले बॉम्बे) तो अब भारत के तीन सबसे बड़े महानगर बन गए हैं. ऐसे ही न जाने कितने पहाड़ों में भी अंग्रेजों ने खूब शहर बसाए. मौजूदा उत्तराखंड की पहचान बन चुके नैनीताल, मसूरी और रानीखेत जैसे शहर भी ब्रिटिश काल में ही अस्तित्व में आये. इन्ही में से एक है रानीखेत जो आज अपनी स्थापना के डेढ़ सौ (150) साल पूरे कर लिए हैं। hill station in uttarakhand.
अंग्रेजों ने रानीखेत को छुट्टियों में मौज-मस्ती के लिए हिल स्टेशन के रूप में विकसित किया और 1869 में यहां कई छावनियां बनवाईं जो अब 'कुमांऊ रेजीमेंटल सेंटर' है. इस पूरे क्षेत्र की मोहक सुंदरता का अनुमान कभी नीदरलैण्ड के राजदूत रहे वान पैलेन्ट के इस कथन से लगाया जा सकता है- जिसने रानीखेत को नहीं देखा, उसने भारत को नहीं देखा।
कहा जाता है कि सैकड़ों वर्ष पहले कोई रानी अपनी यात्रा पर निकली हुई थीं. इस क्षेत्र से गुजरते समय वह यहां के प्राकृतिक सौंदर्य से मोहित होकर रात्रि-विश्राम के लिए रुकीं. बाद में उन्हें यह स्थान इतना अच्छा लगा कि उन्होंने यहीं पर अपना स्थायी निवास बना लिया. हालाँकि उस समय इस स्थान पर छोटे-मोटे खेत थे, इसी वजह से इस जगह का नाम 'रानीखेत' पड़ा. अंग्रेज़ों के राज्य-काल में सैनिकों की छावनी के लिए इस क्षेत्र का विकास किया गया. Uttrakhand Hill Station.
चूँकि रानीखेत कुमाऊं पलटन का हेडक़्वाटर है, इस वजह से यह पूरा एरिआ काफ़ी साफ-सुथरा रहता है. यहां का मार्किट तो भव्य है। पहाड़ के ढलान (यानी खड़ी चढ़ाई) पर बना हुआ। इसलिए इसे 'खड़ा बाज़ार' कहा जाता है। hill station in uttarakhand.
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